आज हम आपके लिए लेकर आए हैं महुआ के फायदे और नुकसान. महुआ का पेड़ आदिवासियों के लिए बहुत महत्व रखता है. आदिवासी लोग न सिर्फ खाने के लिए बल्कि ईंधन के रूप में भी महुआ का उपयोग करते हैं. क्या आपने कभी महुआ का नाम सुना है, अगर नहीं तो आज इस लेख में हम आपको महुआ के फायदों और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं, क्योंकि महुआ खाने में जितना टेस्टी होता है, उतना ही ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है.
महुआ के फायदे और नुकसान | Mahua Ke Fayede Aur Nuksaan | Maua Ke Fayede Aur Nuksaan |
महुआ के फायदे
महुआ की छाल का इस्तेमाल क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, डायबिटीज मेलिटस और ब्लीडिंग में किया जाता है. गठिया और बवासीर की दवाई के रूप में महुआ की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी जड़ सूजन, दस्त और बुखार में बहुत असरकारक होती है. खास बात ये हैं महुआ बहुत लंबे समय तक सुखा कर स्टोर किया जा सकता है. एक बार जब ये सूख जाता है तो सालों तक इसका प्रयोग किया जा सकता है.
महुआ में क्या पाया जाता है.
महुआ में कार्बोहाइड्रेट, फैट, ( Carbohydrates fat ) और प्रोटीन ( Protein ) के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस आयरन, कैरोटीन और विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इतने पोषक तत्वों से भरे होने के कारण इसे खाने के बहुत से फायदे होते हैं.
गठिया में पीएं छाल का रस और तेल की मलिश -
बहुत लोग गठिया की बीमारी की वजह से परेशान रहते हैं. न अच्छे से चल पाते हैं और न ही कोई काम कर पाते हैं। ऐसे में महुआ की छाल गठिया के इलाज में बहुत कारगर है। महुआ की छाल को आप उबाल कर उसका जूस पींए. ये गठिया के दर्द को ही नहीं बल्कि अंदर आ गई सूजन और जकड़न को भी कम करता है. साथ ही महूआ के फूल, जड़ और छाल के साथ बीजों को पीस कर सरसों के तेल में पका कर और इसकी मालिश जोड़ों पर करने से जल्द ही आराम मिल सकता है.
आंखों के लिए रामबाण
जैसा कि सभी जानते हैं की आजकल छोटे छोटे बच्चो को आंखों की रोशनी की समस्या हो रही है महुआ एक ऐसा फल है जिसके सेवन से आंखो की रोशनी फिर से आ सकती है। जो लोग महुआ का सेवन करते हैं उन लोगों में अक्सर देखा गया है हो बुढ़ापे में भी सब कुछ अच्छे से दिखता है और चस्मे की आवायकता नही पड़ती।
दांत दर्द होगा गायब
अगर आपको दांतों में दर्द है या फिर टॉन्सिलिटिस की समस्या है तो आप महुआ की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको पहले महुआ की छाल को पीसना होगा, फिर उमसें पानी मिला लें. इस पानी से आप कुल्ला करें और रस को दांतों और मसूड़ों पर लगा लें. इससे आपको काफी आराम मिलेगा.
जुकाम की समस्या से निजात
महुआ का सेवन करने से जुकाम और कफ की समस्या से राहत मिलती है. जिन लोगों को ब्रोंकाइटिस या फेफड़ों में कफ जमने की दिक्कत हो वह महुआ की छाल का काढ़ा जरूर पीएं. साथ ही महुए को किसी न किसी रूप में आहार में शामिल करें. ऐसा करने पर इस तरह की समस्याओं से जल्द ही निजात पा सकते हैं.
पेट के कीड़े मारने में मददगार
महुआ का सेवन पेट के कीड़ों को मारने में मददगार होता है. बच्चों को अक्सर पेट में कीड़े हो जाते हैं. ऐसे में उन्हें महुए की छाल का काढ़ा दें और महुए की रोटी खिलाएं तो कीड़े मर जाते हैं. इसके अलावा दस्त या अपच होने पर मुहआ की छाल का रस पीएं, इससे आराम मिलता है.
महुआ के नुकसान
रिसर्च में ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जिससे ये साबित हो सके की महुआ के सेवन से कोई बीमारी या साइड इफेक्ट की संभावना हो पर महुआ के ज्यादा सेवन से पेट दर्द, उल्टी होना, दस्त लगना, जेसी समस्या हो सकती है।
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