Modicare Green Tea Ke Fayde | मोदी केयर ग्रीन टी के फायदे
दोस्तो इस पोस्ट में आपको मोदी केयर कंपनी की मोदीकेयर ग्रेन टी की जानकारी दी जा रही है दोस्तो हीन टी किसी भी कंपनी की क्यों न हो कार्य तो सब एक जैसा ही करती है सबके कुछ फायदे या निक्सन हो सकते है तो चाहिए जानते है मोदी केयर ग्रेन टी के फायदे।
Modicare Fruit the Earth Green tea ke Fayde | मोदी केयर ग्रेन टी के फायदे
हरी चाय के अर्क में स्थित कैटेचिन (ऐन्टीऑक्सीडेन्ट) शरीर में ऊर्जा खपत की दर को बढ़ाकर मोटापे को कम करने में सहायक होते हैं, खासतौर से उदर क्षेत्र की चर्बी, इसमें उपस्थित पॉलीफिनॉल्स, विशेष रूप से कैटेचिन, के जैविक क्रियाओं के फलस्वरूप सकारात्मक साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
एंटीऑक्सीडेंट:
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो जोड़ो को स्वस्थ रखते है।ग्रीन टी में मौजूद पालीफिनाल बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के स्वास्थ्य में मदद करता है, त्वचा पर सूर्य से होने वाली क्षति और समय से पहले त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोकता है।ग्रीन टी में कैटेचिन होता है जिससे दिमाग को ताकत मिलती है और दिमाग तरोताजा रहता है। ग्रीन टी पुरुषों में प्रॉस्ट्रेट से जुड़ी चुनौतियों में भी लाभप्रद हो सकता है।
इम्युनिटि बूस्टर:
ग्रीन टी से रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. यह जीवाणु, विषाणु और गले के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करती है, इसलिए खांसी, जुकाम, बुखार जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव होता है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले पौलीफिनौल्स व फ्लेवोनौएड्स, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं जिससे कई प्रकार के संक्रमण से बचा जा सकता है. ग्रीन टी में पाए जाने वाले ये ऐंटीऔक्सीडैंट विटामिन सी से 100 गुणा और विटामिन ई से 24 गुणा अधिक प्रभावी होते हैं.
हृदय रोग से बचाव:
ग्रीन टी कोलैस्ट्रौल को नियंत्रित रखने में, खून को पतला रखने में, खून के थक्के न जमने देने में मददगार है जिस से हृदय रोग और हृदयाघात की संभावना कम हो जाती है. ग्रीन टी हार्ट कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान कर संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ पहुंचाती है. यह LDL कोलैस्ट्रौल की मात्रा को कम कर अच्छे कोलैस्ट्रौल की मात्रा को बढ़ाती है. एक शोध के अनुसार प्रतिदिन ग्रीन-टी लेने वालों में गम्भीर आथरोस्क्लेरॉसिस (धमनियों का सख्त एवं पतला होना) में कमी पाई गई।
मस्तिष्क को मजबूत बनाए :
ग्रीन टी में पाए जाने वाले ऐंटीऔक्सीडैंट दिमाग की उन कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त और मृत होने से बचाते हैं जिन के कमजोर व क्षतिग्रस्त होने से मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ सकता है। ग्रीन टी आप की याददाश्त भी बढ़ाती है. याददाश्त से जुड़ी चुनौतियों में भी ग्रीन टी काफी लाभप्रद है। शोध के अनुसार हरी चाय में पाये जाने वाले पॉलीफिनॉल मस्तिष्क कार्य प्रणाली में उपयोग होने वाले डोपामीन और एपीनिफ्रीन जैसे तन्त्रकीय संचारकों को क्षरण से रोकते हैं।
लिवर को स्वस्थ रखे :
आज पर्यावरण की विषाक्तता व खराब खानपान के कारण पर्यावरण के अनुकूल और स्वस्थ जीवन जीने का हम कितना ही प्रयास करें लेकिन हमारा लिवर प्रभावित हो ही जाता है. ग्रीन टी लिवर को 2 तरह से सुरक्षा प्रदान करती है. एक तो यह लिवर की कोशिकाओं की सुरक्षा करती है और दूसरे, प्रतिरोधी प्रणाली को मजबूत बनाती है।
मोटापा कम होता है :
न्यूट्रिशियन ऐंड टौक्सीकोलौजी रिसर्च इंस्टिट्यूट के ह्यूमन बायलौजी विभाग द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, ग्रीन टी में पाए जाने वाले पौलिफिनौल फैट औक्सीकरण के लेवल और शरीर में खाने को कैलोरी में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को सशक्त बनाते हैं जिस से वजन कम होता है और वजन का सही अनुपात बना रहता ह अतिरिक्त वसा को खर्च कर मेटाबौलिज्म यानी चयापचय को मजबूत बनाती है. अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो अपने डाइट में इसे शामिल करें.
मधुमेह :
मधुमेह में खाने के बाद एकदम से खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है. ग्रीन टी का नियमित सेवन खून में शुगर की मात्रा बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर शरीर में ग्लूकोज के स्तर को नियमित रखने में सहायता करता है.
पाचन तंत्र ठीक करती है :
ग्रीन टी में पाए जाने वाले कैटेचिन उन जीवाणुओं को मारते हैं जो फूड पौयजनिंग को अंजाम दे सकते हैं और इन जीवाणुओं द्वारा जनित टौक्सिन्स को भी मारती है.
एलर्जी :
ग्रीन टी में पाया जाने वाला ईजीसीजी यानी एपिग्लो कैटेचिन गैलेट तत्त्व प्रतिरोधी तंत्र को मजबूत करता है।डिप्रैशन : डिप्रैशन से बचाव में ग्रीन टी विशेष रूप से मददगार है. थियनाइन एक अमीनो एसिड है जो हरी चाय में मिलता है. इस के सेवन से तरोताजा और तनाव व चिंता से बचने में मदद मिलती है.
हड्डियां करे मजबूत :
ग्रीन टी में पाए जाने वाले पोषण आप की हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है. जो लोग नियमित सेवन करते हैं उन की हड्डियों की डेंसिटी बुढ़ापे में भी बरकरार रहती है.
आर्थ्राइटिस :
ग्रीन टी में ऐंटी इंफ्लेमेटरी प्रौपर्टीज होती हैं, अत: इस में दर्द को कम करने की क्षमता होती है, इसमें उपस्थित ऐंटीऔक्सीडैंट्स आर्थ्राइटिस की संभावनाओं को भी कम करते हैं.
निष्कर्ष
हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको कैसी लगी कृपया कमेंट करके जरूर बताएं।
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